अस्पताल पर इलाज के दौरान लापरवाही के पहले भी लग चुके कई आरोप
न्यूज़ प्रिंट,रुद्रपुर। महानगर स्थित मेडिसिटी अस्पताल एक बार फिर से चर्चा में है। कारण है कि किच्छा निवासी एक बुजुर्ग महिला की मौत। मृतका के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये हंगामा किया। जानकारी के अनुसार किच्छा के उत्तरांचल कॉलोनी निवासी धना देवी को जुकाम की शिकायत थी। जिस पर उनके परिजन बीती १७ सितम्बर को उनको ओपीडी के लिये मेडिसिटी अस्पताल लेकर आए थे। जहां कुछ जांच के बाद अस्पताल प्रबंधन ने परिजनों ने बताया कि धना देवी की सांस की नली में इंफेक्शन की शिकायत है, जिसके बाद उनको आईसीयू में भर्ती कर लिया। हालांकि, कुछ दिनों के बाद उनको आईसीयू से बाहर वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। जिसके बाद बुधवार यानी आज सुबह अस्पताल के लोगों ने परिजनों को बताया कि धना देवी की मौत हो गयी है। जिस पर परिजनों ने नाराजगी व्यक्त कर चिकित्सक से मिलवाने की बात कही। लेकिन उन्हें मिलवाया नहीं गया। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सक की लापरवाही के चलते ही धना देवी की मौत हुई है। उनकी मौत से गुस्साए परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा काटा तो सूचना पर पुलिस मौके पर आ गयी। सूत्रों की मानें तो अस्पताल प्रबंधन के गलती मानने के बाद परिजन मृतका के शव को लेकर किच्छा चले गये हैं।
पहले लग चुके हैं कई आरोप
रुद्रपुर। मेडिसिटी अस्पताल पर लापरवाही के आरोप पहले भी लग चुके हैं। बीती सालों में कई ऐसे मामले हुये हैं, जिनमें मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा काटा है। इनमें से कुछ ने अस्पताल के खिलाफ मुकद्मा भी लिखवाया है। बता दें कि 20 अक्टूबर 2020 को बेहड़ी निवासी बलवीर और हरजिन्दर नाम के दो भाईयों की मौत के बाद भी परिजनों ने अस्पताल पर आरोप लगाये थे। इसी तरह साल 2022 जून में रुद्रपुर के व्यापारी सुरेश भुसरी को उनके परिजनों ने मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया था। उनकी भी मौत अस्पताल में हुई थी। इस मामले में परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कराया है। वहीं, पिछले साल मार्च में राज्य कर अधिकारी की भी मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल में हंगामा किया था।